वेदों के प्रमाणित रूप से श्री राम तारक मंत्र एक प्राचीन मंत्र है जिसे अपार आध्यात्मिक शक्ति के साथ जोड़ा जाता है। यह मंत्र विशेष रूप से भक्ति, आनंद, शांति, सुख, संतुलन और उच्चता के अनुभव को प्रोत्साहित करता है। इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति की मनोदशा में सुधार होती है और उसे आध्यात्मिक विकास में मदद मिलती है। इस लेख में, हम श्री राम तारक मंत्र के बारे में विस्तार से जानेंगे और इसके महत्वपूर्ण लाभों को समझेंगे।
‘श्री राम जय राम जय जय राम’ – यह सात शब्दों वाला तारक मंत्र है।

प्रभु श्री राम की तारक मंत्र कह जाता है, ‘श्री राम जय राम जय जय राम’। इसे श्री राम की मूल मंत्र भी कह जाता हे। यह सात शब्दों का एक प्रमुख मंत्र है जो भक्तों के द्वारा निरंतर जपा जाता है। इस मंत्र में ‘श्री राम’ की महिमा गायी गई है और यह उनके भक्तों को शक्ति, सुख, समृद्धि और मुक्ति की प्राप्ति में सहायता प्रदान करता है। श्री राम एक प्रमुख अवतार हैं जिन्हें हिन्दू धर्म में अवतारित किया जाता है और उनकी कथाएं, उपदेश और जीवन आदर्श लोगों के द्वारा पूज्य और अनुसरणीय माने जाते हैं। इस तारक मंत्र का जप करने से मन की शांति, आध्यात्मिक उन्नति और श्री राम की कृपा प्राप्ति होती है। यह मंत्र भक्ति और ध्यान की एक महान औषधि है जो सभी जीवन के क्षेत्रों में सकारात्मक परिवर्तन लाने की क्षमता रखती है। इसे जपकर अपनी मानसिक और आध्यात्मिक सामर्थ्य को स्थायीकरण करें और आचरण की मार्गदर्शन में प्रभु श्री राम के प्रतीक गुणों को अपने जीवन में साकार करें।
श्री राम तारक मंत्र – Shri Ram Tarak Mantra
राम राम राम राम नाम तारकम्
राम कृष्ण वासुदेव भक्ति मुक्ति दायकम्
राम राम राम राम नाम तारकम्
राम कृष्ण वासुदेव भक्ति मुक्ति दायकम्
जानकी मनोहरम सर्वलोक नायकम्
जानकी मनोहरम सर्वलोक नायकम्
जानकी मनोहरम सर्वलोक नायकम्
शङ्करादि सेव्यमान पुण्यनाम कीर्तनम्
शङ्करादि सेव्यमान पुण्यनाम कीर्तनम्
राम राम राम राम नाम तारकम्
राम कृष्ण वासुदेव भक्ति मुक्ति दायकम्
वीरशूर वन्दितं रावणादि नाशकम्
वीरशूर वन्दितं रावणादि नाशकम्
आञ्जनेय जीवनाम राजमन्त्र रुपकम्
आञ्जनेय जीवनाम राजमन्त्र रुपकम्
राम राम राम राम नाम तारकम्
राम कृष्ण वासुदेव भक्ति मुक्ति दायकम्

श्री राम तारक मंत्र का अर्थ और महत्व
- श्री राम तारक मंत्र, आराम्भिक रूप से श्री राम के नाम के उच्चारण से बना है।
- “श्री राम” नाम का अर्थ होता है “दिव्य और महान”। “तारक” शब्द का अर्थ होता है “छोड़ने वाला”।
- इस मंत्र को जपने से श्री राम भक्ति, सुख, संतुलन, शांति और आनंद की प्राप्ति होती है।
- यह मंत्र श्री राम के चमत्कारिक गुणों को स्मरण करने और साधक को उनसे जुड़ने का मार्ग प्रदान करता है।
- इस मंत्र के जाप से श्रद्धा और ध्यान की शक्ति विकसित होती है और मन को शुद्धि और स्थिरता मिलती है।
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श्री राम तारक मंत्र के लाभ
श्री राम तारक मंत्र के जाप करने से व्यक्ति को अनेक लाभ प्राप्त होते हैं। इसका नियमित अभ्यास शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्तर पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। यहां कुछ महत्वपूर्ण लाभ दिए गए हैं:
1. आत्म-विश्वास का विकास
श्री राम तारक मंत्र का नियमित जाप करने से आत्म-विश्वास बढ़ता है। इस मंत्र के जाप से व्यक्ति के मन में आत्म-स्वीकृति और आत्म-प्रेम का भाव विकसित होता है। यह उसे खुद को महान और सक्षम मानने में मदद करता है।
2. मानसिक शांति की प्राप्ति
श्री राम तारक मंत्र के जाप से मानसिक तनाव और चिंता कम होती है। यह मंत्र मन को स्थिर करता है और मनसिक शांति प्रदान करता है। जब व्यक्ति मानसिक रूप से स्थिर होता है, तो उसकी जीवन गुणवत्ता में सुधार होता है और उसे आनंद का अनुभव होता है।
3. संतुलन और सुख की प्राप्ति
श्री राम तारक मंत्र के जाप से व्यक्ति में संतुलन और सुख की भावना विकसित होती है। यह मंत्र उसे स्थिति को स्वीकार करने, उसके अंदर की शांति का अनुभव करने और प्राकृतिक रूप से बने रहने की क्षमता प्रदान करता है।
4. आनंद और भक्ति की प्राप्ति
श्री राम तारक मंत्र के जाप से भक्ति और आनंद का अनुभव होता है। इस मंत्र के माध्यम से व्यक्ति श्री राम के साथ गहरे रूप से जुड़ता है और उसके साथीक अनुभव करता है। यह उसे आनंदमय और प्रेमयुक्त जीवन की ओर ले जाता है।
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राम तारक मंत्र की महिमा
राम तारक मंत्र की महिमा अपार है। इस मंत्र के जाप से मन की शांति होती है, आत्मिक संयम बढ़ता है और आध्यात्मिक उन्नति की प्राप्ति होती है। यह मंत्र भक्त को भगवान श्री राम की अनंत कृपा और आशीर्वाद प्रदान करता है। जब इस मंत्र का जाप भक्त निरंतर और श्रद्धापूर्वक करता है, तो उसके जीवन में सुख, समृद्धि, संतोष और आनंद का आगमन होता है। राम तारक मंत्र से भक्त श्री राम के अद्वितीय गुणों और महिमा को प्रतीत करता है और उसे प्राप्ति करने का साधन बनता है।
श्री राम तारक मंत्र का जाप करने की विधि
श्री राम तारक मंत्र को नियमित रूप से जपने से उसके प्रभाव को बढ़ाया जा सकता है। यहां कुछ सरल विधियां दी गई हैं जिनका आप अनुसरण कर सकते हैं:
- प्रारंभिक ध्यान: ध्यान का आरंभ करने के लिए, आप शांत और प्रकृतिक वातावरण में बैठें। मन को शांत करें और ध्यान केंद्रित करें।
- मंत्र का उच्चारण: अपने मन में स्पष्ट इच्छा करें कि आप श्री राम तारक मंत्र का जाप करना चाहते हैं। फिर धीरे से और स्पष्ट ध्वनि के साथ मंत्र का उच्चारण करें।
- माला के साथ जाप: आप एक माला का उपयोग करके भी मंत्र का जाप कर सकते हैं। माला के हर में अपनी उंगली को डालें और प्रत्येक माला पर मंत्र का उच्चारण करें।
- नियमितता: श्री राम तारक मंत्र का जाप नियमित रूप से करना महत्वपूर्ण है। नियमित जाप करने से ही आप इसके सकारात्मक प्रभाव को अनुभव करेंगे। अपने समय को जप के लिए निकालें और नियमितता से इसे अपने दैनिक जीवन में शामिल करें।
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ध्यान रखें
- श्री राम तारक मंत्र का जाप करने से पहले, अपने मन को शांत करें और ध्यान केंद्रित करें।
- इस मंत्र को सम्मान और प्रेम के साथ जपें।
- श्री राम तारक मंत्र का नियमित जाप करने से अच्छे परिणाम मिलते हैं, इसलिए निरंतरता को बनाए रखें।
निष्कर्ष
श्री राम तारक मंत्र एक प्रमुख वेदिक मंत्र है जो श्री राम के महत्वपूर्ण गुणों को प्रतिष्ठित करता है। इस मंत्र का नियमित जाप करने से हम आत्म-विश्वास, मानसिक शांति, संतुलन और आनंद की प्राप्ति कर सकते हैं। यह हमारे जीवन को सकारात्मकता और सुख की ओर ले जाता है। इसलिए, हमें इस मंत्र को नियमित रूप से जप करके इसके लाभ को प्राप्त करना चाहिए।
प्रश्न और उत्तर राम तारक मंत्र के बारे में
राम तारक मंत्र कौन सा होता है?
राम तारक मंत्र ‘श्री राम जय राम जय जय राम’ होता है। यह सात शब्दों का मंत्र है जिसका जाप भक्तों द्वारा किया जाता है।
राम जी का मूल मंत्र क्या है?
राम जी का मूल मंत्र ‘ॐ श्री रामाय नमः’ है। यह मंत्र राम जी की पूजा, आराधना और ध्यान के लिए प्रयोग किया जाता है।
राम तारक मंत्र किसने लिखा था?
राम तारक मंत्र का श्रेय श्री तुलसीदास जी को जाता है। श्री तुलसीदास जी ने अपने महाकाव्य ‘रामचरितमानस’ में इस मंत्र को प्रस्तुत किया था। वे मान्यता के अनुसार महर्षि वाल्मीकि के रामायण का ही परिचय दे रहे थे और उन्होंने इस मंत्र को श्री राम की महिमा गान के रूप में चुना था।
राम रामाय नमः का अर्थ क्या है?
‘राम रामाय नमः’ मंत्र का अर्थ होता है ‘मैं श्री राम को नमस्कार करता हूँ’। यह मंत्र भक्ति और समर्पण की भावना को प्रकट करता है और भक्तों का श्री राम के प्रति आदर स्पष्ट करता है। इस मंत्र का जाप करने से भक्त का मन राम भक्ति में निश्चल और आध्यात्मिकता में समर्पित होता है।
कलयुग का मंत्र क्या है?
कलयुग का मंत्र ‘हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे, हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे’ होता है। यह मंत्र कलयुग में सर्वोपरि और प्रभावशाली माना जाता है और इसे जपकर आध्यात्मिक उन्नति, मन की शांति, अशुभ प्रभावों का निवारण, सुख, समृद्धि, और भगवान की कृपा की प्राप्ति होती है।
सीताराम कहने से क्या होता है?
सीताराम कहने से भक्त का मन श्री राम और सीता माता की आराधना और समर्पण में लग जाता है। यह शब्द भक्ति और भगवान के प्रति प्रेम की प्रकटी करता है। सीताराम कहने से भक्त को मानसिक शांति, सुख, समृद्धि और भगवान की कृपा प्राप्त होती है। इसके अलावा, यह शब्द भक्त को भक्ति और विश्वास में स्थिरता देता है और भगवान के साथ एक आत्मीय और संबंधित भाव उत्पन्न करता है।
राम का नाम कितनी बार लेना चाहिए?
राम का नाम कितनी बार लेना चाहिए, यह भक्त की अपेक्षाएं और उनकी आध्यात्मिक अभ्यास की गति पर निर्भर करता है। अधिकांश धार्मिक परंपराओं में, भक्तों को दिनचर्या के साथ नियमित रूप से राम का नाम जप करने का सुझाव दिया जाता है। व्यक्ति अपनी साधना में स्वयं की सामर्थ्य और आवश्यकताओं के आधार पर राम के नाम का जप कर सकता है, जैसे कि दिन में कुछ मिनट या स्थिर संख्या में जैसे १०८, २००, ३३०, आदि।
श्री राम तारक मंत्र क्या है?
श्री राम तारक मंत्र है – “ॐ श्री राम जय राम जय जय राम”। यह सात शब्दों का मंत्र है जिसका जाप भक्तों द्वारा किया जाता है। इस मंत्र का जाप करने से मन की शांति, आध्यात्मिक उन्नति, और भगवान श्री राम के कृपा का अनुभव होता है।
राम रामाय नमः का अर्थ क्या है?
“राम रामाय नमः” मंत्र का अर्थ होता है “मैं श्री राम को नमस्कार करता हूँ”। इस मंत्र का जाप करने से भक्त की भक्ति और समर्पण भावना जग्रत होती है और वह भगवान श्री राम की कृपा प्राप्त करता है। यह मंत्र संतुष्टि, शांति और समृद्धि की प्राप्ति में सहायता करता है।
श्री राम जी का बीज मंत्र कौन सा है?
श्री राम जी का बीज मंत्र है “ॐ राम रामाय नमः”। यह मंत्र भगवान श्री राम के पूजन और आराधना में प्रयोग होता है। इस मंत्र का जाप करने से भक्त को आध्यात्मिक संयम, मानसिक शक्ति और भगवान के प्रति प्रेम की प्राप्ति होती है।
राम मंत्र कैसे सिद्ध करें?
राम मंत्र को सिद्ध करने के लिए आप निम्नलिखित तरीके का पालन कर सकते हैं:
शुद्ध और शांत मन के साथ इस मंत्र का जाप करें।
एक स्थिर आसन पर बैठें और मन्त्र का जाप करते समय माला का प्रयोग करें।
नियमित रूप से इस मंत्र का जाप करें, प्रातः और संध्या काल में विशेष रूप से जाप करने की कोशिश करें।
ध्यान और मनोन्यास के साथ इस मंत्र का जाप करें, जिससे अधिक आत्मिक संयम और भगवान की अनुभूति हो सके।
सात दिनों तक निरंतर राम मंत्र का १०८ माला के जाप करें और इस दौरान सत्विक आहार, व्रत और धार्मिक क्रियाएं अपनाएं।
गुरु की कृपा और मार्गदर्शन प्राप्त करें, क्योंकि गुरु की संगति से मंत्र साधना में सुचारू विकास हो सकता है।
सदैव ध्यान रखें कि मंत्र साधना को करने से पहले धार्मिक गुरु की सलाह और मार्गदर्शन प्राप्त करना उचित होता है।